सालों से सेंसर बोर्ड की भूमिका पर कई सवाल उठते रहे हैं। पिछले कुछ सालों से कई ऐसी फ़िल्में बन रही हैं जो किसी न किसी विवाद में जरूर घिरती है। ऐसे में इनको सर्टिफिकेशन देने वाला फिल्म सेंसर बोर्ड सुर्ख़ियों में बना रहता है। लेकिन बीते हफ्ते से सेंसर बोर्ड खुद भ्रष्टाचार के आरोप की वजह से विवादों मे घिर गया है। दरअसल साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार विशाल ने अपनी मूवी ‘मार्क एंटनी’ की हिंदी रिलीज के वक्त सेंसर बोर्ड द्वारा घूस लेने का आरोप लगाते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले मे ध्यान देने की अपील की है। उनके अलावा हिन्दी सिनेमा के प्रोडुसर रमेश व्यास और केके मेनन स्टारर स्पोर्ट्स फिल्म ‘लव ऑल’ भी कुछ दिनों पहले रिलीज हुयी थी। फिल्म के प्रोड्यूसर रमेश व्यास ने भी ये आरोप लगाया है कि उन्हें भी फिल्म को सर्टिफाई करवाने के लिए CBFC बोर्ड को पैसा खिलाना पड़ा था।
CBFC के पूर्व अध्यक्ष रहे पहलाज निहलानी ने भी इस मामले मे CBFC को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा, ‘ विशाल ने सीबीएफ को काफी अच्छी तरह से एक्सपोज़ कर दिया है। सुना था जब ये सरकार बनी थी तो कहा जा रहा था कि न खाऊंगा न खाने दूंगा, लेकिन सीबीएफसी खुलेआम खा रहा है। और ये लोग रिश्वत ले रहे हैं, बिना उसके ये लोग हैरेस करते हैं। क्योंकि चेयरमैन न तो ऑफिस आते हैं और न रोज का काम देखते हैं।’
सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय तुरंत एक्शन मे आया।
सेंसर बोर्ड पर लगे आरोपों के बाद सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय तुरंत एक्शन मे आ गया। इस घटना पर रिएक्ट करते हुए उन्होंने तुरंत लिखा, ‘अभिनेता विशाल की ओर से उठाया गया सीबीएफसी में भ्रष्टाचार का मुद्दा अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस रखती है और इसमें शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी को आज ही जांच करने के लिए मुंबई भेजा गया है।’
विवाद के बीच इंडस्ट्री आ रही साथ।
इन सभी आरोपों के बाद इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट ने CBFC के चेयरपर्सन प्रसून जोशी को एक लेटर लिखा है। और उनसे भ्रष्टाचार के आरोपियों पर एक्शन लेने को कहा है। साथ ही बॉलीवुड के कई डायरेक्टर, प्रोडुसर और ऐक्टर एक बड़ी बैठक के लिए एक साथ आने के लिए तैयार है। 10 अक्टूबर को होने वाली सभा में भाग लेंगे। करण जौहर, एकता कपूर सहित फिल्म इंडस्ट्री के कयी लोग एक मीटिंग करेंगे। मीटिंग मे केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड सहित हिंदी फिल्म उद्योग के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी। वे मौजूदा सीबीएफसी विवाद के अलावा, वे फिल्म वितरकों और प्रदर्शकों से जुड़ी समस्याओं का समाधान के लिए भी बातचीत करेंगे। कयी हिंदी फ़िल्मों को रिलीज से संबंधित कई मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है।