दीपावली की रात जलाए पटाखों ने हर साल कि तरह इस साल भी दिल्ली सहित मध्यप्रदेश के कई शहरों कि हवा को प्रदूषित कर दिया। करीब 10 शहरों का AQI यानि (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 300 के पार पहुँच गया । इससे मध्य प्रदेश में प्रदूषण दोगुना हो गया। जहाँ भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर सहित और कई अन्य शहरों की हवाएं जहरीली हो गई। हालांकि देखा जाए तो सबसे बुरा असर ग्वालियर कि हवाओं पर पडा यहां का AQI प्रदेश में सबसे अधिक 405 दर्ज हुआ है।
क्या होता है “AQI” कैसे करता काम?
AQI यानि “Air Quality Index” इसे हिन्दी में वायु गुणवत्ता सूचकांक कहते है, दरअसल यह एक नंबर होता है जिसके जरिए हवा कि गुणवत्ता और प्रदूषण के स्तर का पता लगाया जाता है। AQI को रीडिंग के आधार पर छह कैटेगरी में बाटा गया है।जिसमें 0 और 50 के बीच यदि AQI है तो वह ‘अच्छा’ है 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’ 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’ 201 और 300 के बीच ‘खराब’ 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच है तो ‘गंभीर’ माना जाता है।
दीपावली के दूसरे दिन बढा ‘AQI’
मध्य प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट डाटा के अनुसार दीपावली की रात इंदौर में 293,भोपाल में 310 जबलपुर में 319 AQI दर्ज किया गया। वहीं, दीपावली के दूसरे दिन यानि सोमवार को भोपाल में प्रदूषण का स्तर 354 तक पहुंच गया। इंदौर की छोटी ग्वालटोली में 335, महू नाका क्षेत्र में 390 और जबलपुर में 330 पर पहुंच गया। वही ग्वालियर में AQI 405 रहा।
यह भी है वायु प्रदूषण की वजह
ठंड में वायु प्रदूषण ज्यादा होता है। दरअसल देखा जाए तो, ठंड के दिनों में धुएं के कारण हवा ऊपर नहीं उठ पाती और नीचे ही रह जाती है। इस कारण अन्य दिनों कि तुलना में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है।
वही 2022 में कुछ इस तरह था AQI
दीवाली के एक दिन बाद 2022 में कुछ इस तरह था इन शहरो का AQI, जहां भोपाल में 298, ग्वालियर में 289, जबलपुर में 225, कटनी 291और इंदौर में 271, उज्जैन 171 दर्ज किया गया था। वही देखा जाए तो 2022 कि तुलना में 2023 में ज्यादा AQI रहा।
2023 में बढा इन 10 शहरो का AQI
मध्यप्रदेश का ग्वालियर सबसे दूषित शहर जहां 405 तक AQI पहुचां।
सिंगरौली का AQI 334 पार।
भोपाल की भी हवा बहुत खराब AQI पहुंचा 356 तक।
जबलपुर का AQI 329 पार वही कटनी का AQI 319 रहा।
इंदौर, उज्जैन, रतलाम, बैतूल, देवास में प्रदूषण स्तर पर poor quality रही इन सभी शहरों में देर रात 200 से 377 तक AQI दर्ज किया गया।