किशोर दा उर्फ किशोर कुमार को इस सदी का सबसे महान प्लेबैक सिंगर कहा जाए तो इसमें किसी को भी किसी प्रकार की अतिश्योक्ति नहीं होगी। अपनी मधुर आवाज़, दमदार गायन और सुरों पर कमाल की पकड़ ने उन्हें यह मुकाम दिया कि आज के धमाकेदार गानों के बीच भी किशोर दा के गाने हर वर्ग के भारतीय की पहली पसंद है।
किशोर कुमार ना सिर्फ अपने गायन के लिए मशहूर थे बल्कि अपने बेबाक बयान और अड़ियल अंदाज के लिए भी जाने जाते थे। आज हम आपको उसी अड़ियल पन का एक किस्सा सुनाने वाले हैं।
वो दौर था अपातकाल का। इस बीच एक व्यक्ति किशोर दा के पास आए और उनसे एक मांग की। मांग कुछ ऐसी थी कि किशोर दा को सरकार की नीतियों के बारे में एक गीत की रचना करके उसे गाना था। इस पर जब किशोर दा ने कारण पूछा तो जवाब आया कि यह वी सी शुक्ला का आदेश है। आपको बता दें कि वीसी शुक्ला उन दिनों भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्री थे। इस बात पर किशोर कुमार को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने डांटते हुए उस व्यक्ति को बाहर निकाल दिया और इस प्रस्ताव से इंकार कर दिया।
खैर, इस बात का ख़ामियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ा। इसके परिणाम स्वरूप सरकार ने ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर किशोर कुमार के तमाम गीतों पर बैन लगा दिया जो 3 मई 1976 से अपातकाल के अंत तक चला।