27 नवंबर 2014, कोई भी क्रिकेट प्रशंसक कभी नहीं भूलेगा, यह निस्संदेह क्रिकेट इतिहास की सबसे दुखद तारीख है। 9 साल पहले क्रिकेट जगत को उस समय एक गहरा झटका लगा जब फिलिप ह्यूज की 25 वर्ष की आयु में हेलमेट के नीचे सिर के किनारे बाउंसर लगने से मृत्यु हो गई थी। दरअसल सिडनी में सेफिलड शील्ड गेम खेलते समय, Sean Abbot की एक गेंद मे ‘ह्यूज़’ हूक शॉट लगाने से चूक गए और उन्हें गेंद से चोट लग गई जिससे उनके मस्तिष्क में रक्तस्राव हो गया। SCG से उन्हें अस्पताल ले जाने के बाद उनकी सर्जरी की गई लेकिन उन्हें फिर कभी होश नहीं आया। उनका अंतिम संस्कार 3 दिसंबर को मैक्सविले में किया गया, और इसमें हर वर्ग के क्रिकेटरों और ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री टोनी एबॉट भी मौजूद थे। उस समय भावनाओं का ऐसा सैलाब उमड़ पड़ा जिसमें दुःख, वेदना, खालीपन और निराशा थी। ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच पहला टेस्ट स्थगित कर दिया गया था। क्रिकेटर क्रिकेट खेलना नहीं चाह रहे थे। कोई भी विशेष रूप से क्रिकेट देखना नहीं चाह रहा था। यह बेहद अजीब दौर था, जहां हर कोई सामूहिक रूप से निराशा महसूस कर रहा था चाहे वो ह्यूज का प्रसंशक रहा हो या ना रहा हो। यह सब इतना जीवंत लगता है जैसे यह कल ही हुआ हो।
ह्यूज को माना जा रहा था अगला सुपरस्टार
चेहरे से मासूम लगने वाले ह्यूज को भविष्य का सितारा माना जा रहा था। फिलिप ने कम उम्र में ही क्रिकेट जगत में अपनी पहचान बना ली थी। 30 नवंबर 1988 को ऑस्ट्रेलिया में जन्मे फिलिप ने करियर में 26 टेस्ट, 25 वनडे इंटरनैशनल और 1 टी20 इंटरनैशनल मैच खेला। उन्होंने 9 जनवरी 2006 को न्यू साउथ वेल्स की ओर से अंडर-17 क्रिकेट खेलना शुरू किया और इस मैच में 51 रन बनाए।
फिल ह्यूज ने महज 20 साल की उम्र में अपने दूसरे ही टेस्ट मैच में शानदार शतक ठोक दिया था। सामने थी साउथ अफ्रीकी टीम जिसके पास डेल स्टेन और मॉर्ने मॉर्कल जैसे शानदार गेंदबाज थे लेकिन ह्यूज ने पहली पारी में 115 और फिर दूसरी पारी में 160 रन ठोक डाले। ऑस्ट्रेलिया ने वो टेस्ट मैच जीता और ये खिलाड़ी मैन ऑफ द मैच चुना गया।
साथ ही फिल ह्यूज एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक ठोकने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। उन्होंने ये कारनामा सिर्फ उछाल भरी पिच पर नहीं बल्की श्रीलंका दौरे पर कोलंबो जैसी धीमी पिच में भी टेस्ट शतक लगाया। ह्यूज ने अपने दोनों वनडे शतक भी श्रीलंका के खिलाफ ही जड़े। ह्यूज को ऑस्ट्रेलिया का अगला सुपरस्टार माना जाता था लेकिन महज 25 साल की उम्र में उनका शानदार करियर उस समय समाप्त हो गया जब वह उस खेल में महानता हासिल करने के रास्ते मे अग्रसर थे।
दोस्त की दर्दनाक मौत का बोझ शायद जीवनभर Sean abbot पर रहेगा हावी
फिलिप को उन्हीं के साथी sean abbot की गेंद लगी थी। उनकी मौत के बाद sean काफी समय तक परेशान रहे। उन्होंने बहोत समय बाद इस बात को कबुल करते हुए एक नोट लिखा जिसमें उन्होंने ये लिखा – “मैं हमेशा ही फिलिप के सामने गेंदबाजी करना पसंद करता था, वो मेरे लिए काफी मुश्किल चुनौती पेश किया करते थे। मुझे इस बात का अच्छे से पता था कि उनको आउट करने के लिए मुझे काफी ज्यादा मेहनत करनी होगी। मुझे नहीं लगता है उनको कभी भी आउट कर पाया था। जब फिलिप को गेंद लगी तो मैंने उनको असहज होते देख और उनकी तरफ भागकर गया। मैंने उनके सिर के दाएं हिस्से को पकड़ा हुआ था। जब फिलिप को मेडिकल कैब में लेकर चले गए उसके बाद भी काफी देर तक नहीं मैदान पर रहा था और फिर चेंजिंग रूम में वापस लौट गया। एक बाद जब मैं चेंज रूम में गया तो बहुत ही अजीब महसूस हो रहा था। मैं दुखी था और कुछ सोच नहीं पा रहा था। सिर में दर्ज हो रहा था। लोग मेरे पास एक एक कर आ रहे थे लेकिन उन सब ने क्या बोला मुझे कुछ भी नहीं याद। सबकुछ धुंधला सा लग रहा था और मैं बेहशी महसूस कर रहा था।”