आइसलैंड में 800 भूकंपों के बाद आखिरकार ज्वालामुखी विस्फोट हो ही गया है। जिसके बाद आइसलैंड के रेक्जेन्स मे इमरजेंसी घोषित की गई। आइसलैंड के मौसम विभाग द्वारा बताया गया कि पिछले कई हफ्तों से आइसलैंड में भूकंप के कई मामले दर्ज किए गए, जिसके बाद ज्वालामुखी विस्फोट की यह घटना सामने आई। आपको बता दें यह ज्वालामुखी विस्फोट ग्रिंडाविक से लगभग 4 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व में हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, यह विस्फोट सोमवार रात लगभग 9 बजे आए भूकंप के झटके के बाद करीब 10:17 मिनिट पर हुआ।
4 हजार लोगों को भेजा सुरक्षित जगहों पर
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद सरकार ने देश में इमरजेंसी लगा दी । ज्वालामुखी से होने वाले खतरे का पता लगाने के लिए एक हेलीकाप्टर भेजा गया गया है ताकि संभावित खतरे से निपटा सके। इसके साथ ही एडवाइजरी जारी कर ज्वालामुखी के आसपास के क्षेत्रों में जाने पर पाबंदी लगाई है। इतना ही नहीं बल्कि ज्वालामुखी और उसके आसपास की सभी सड़कें बंद कर दी गई ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। प्रशासन ने लोगों की जान बचाने लिए 4 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज गया है।
100 से 200 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड बह रहा लावा
आपको बता दें कि मौसम विभाग के कार्यालय ने बताया कि ज्वालामुखी में दरार की लंबाई लगभग 3.5 किमी है, जिसमें लावा लगभग 100 से 200 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड की दर से फैल रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि रेक्जेन्स प्रायद्वीप में जो ज्वालामुखी विस्फोट हुआ है। यह पिछले जीतने भी विस्फोट हुए है, उनकी तुलना में कई गुना ज्यादा है।