भोपाल। मध्यप्रदेश में अलग-अलग जिलों में अभ्यर्थी विरोध प्रदर्शन कर रहे है। कहीं पटवारी की भरती के लिए तो कहीं शिक्षक भरती के लिए। ऐसा ही 12 मार्च को भोपाल के भाजपा कार्यालय के बाहर शिक्षकों ने विरोध धरना प्रदर्शन किया है। बता दें, शिक्षक मध्य प्रदेश सरकार से उच्च माध्यमिक शिक्षक वर्ग 1 चयन परीक्षा 2023 में पद बढ़ाने की मांग करते हुए धरने पर बैठे थे।
धरना-प्रदर्शन के दौरान रामायण पाठ
बेरोजगार शिक्षक संघ के सदस्य अपनी मांगों को लेकर बीजेपी कार्यालय का घेराव कर के जमकर नारेबाजी की, धरना-प्रदर्शन के दौरान चयनित शिक्षकों ने सुंदरकांड का पाठ और रामायण का पाठ भी किया। ऐसे में चयनित शिक्षकों को बीजेपी कार्यालय के बाहर ही रोक दिया गया।
प्रदर्शनकारी युवाओं की मांगें
- नवनियुक्त कर्मचारियों को 100 प्रतिशत सैलरी दी जाए।
- केंद्र सरकार की तर्ज पर मध्यप्रदेश में 50 फीसदी महंगाई पर छूट दिया जाए।
- स्कूलों में पढ़ाने से शिक्षकों की अन्य ड्यूटी लगाने की परंपरा बंद की जाए।
- गर्मियों की छुट्टियों में लगातार कटौती को बंद किया जाए।
धरना दे रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने हटाया
ऐसे में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए, बेरोजगार शिक्षक संघ शिवाजी नगर स्थित भाजपा कार्यालय के बाहर धरना दे रहे अभ्यर्थियों को हटाया है। करीब 100 से अधिक अभ्यर्थियों को पुलिस ने बस में भरकर कटारा हिल्स थाने भेज दिया।
मामले को लेकर जीतू पटवारी ने सरकार को घेरा
इस मामले को लेकर कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार को घेरा और कहा कि, “मध्यप्रदेश बेरोजगार शिक्षक संघ के वर्ग 1 के चयनित शिक्षकों द्वारा BJP कार्यालय के सामने प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों के साथ की गई बर्बरता मोहन सरकार की तानाशाही को दर्शा रही है! छतरपुर से आई अंजलि शर्मा के साथ अपराधी जैसे व्यवहार से मन आहत है। सीएम कुछ तो मानवता रखिए।”
2018 के बाद यानी पांच साल के लंबे इंतजार के बाद 2023 में तकरीनब 8 हजार पदों के लिए परीक्षा ली गई थी, लेकिन इस परीक्षा में शामिल होने वाले 15 हजार से अधिक अभ्यर्थी, अब भी नौकरी के लिए परेशान हैं। जबकि, प्रदेश में 35 हजार से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। सरकार इस पद का क्या करेंगी?