देश भर मे लोगों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण विषय है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) की 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कुल अपराध दर में उल्लेखनीय कमी देखी गई है। राष्ट्रीय स्तर पर 2024 में, भारत की अपराध दर प्रति 100,000 लोगों पर 445.9 रही, जो 2020 में 487.8 थी। यह कमी कई कारणों से हुई है, जिसमें पुलिस की उपस्थिति बढ़ाना, कानून प्रवर्तन में सुधार और जनता में जागरूकता शामिल हैं। इस रिपोर्ट में कई महत्वपूर्ण आंकड़े और विश्लेषण पेश किए गए हैं जो विभिन्न राज्य खासकर मध्य प्रदेश की अपराध स्थिति को दर्शाते हैं।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की 2024 की रिपोर्ट ने मध्य प्रदेश के लिए एक सकारात्मक बदलाव की घोषणा की है। राज्य ने पिछले वर्षों की तुलना में अपराध दर में महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की है, जो एक स्वागत योग्य परिवर्तन है। यह रिपोर्ट न केवल राज्य की कानून व्यवस्था में सुधार की ओर संकेत करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि राज्य सरकार और पुलिस बल की संयुक्त प्रयासों ने अच्छे परिणाम देने शुरू कर दिये है। क्यूंकि राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 4% की वृद्धि हुई है, जबकि मध्य प्रदेश में इन मामलों में भी कमी देखी गई है। यह राज्य की महिला सुरक्षा उपायों में सुधार का संकेत है।
NCRB की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश में कुल अपराध दर में 15% की गिरावट आई है। विशेष रूप से, महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 20% की कमी आई है, जो राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक बड़ा सकारात्मक संकेत है। बच्चों के खिलाफ अपराधों में भी 18% की कमी दर्ज की गई है। इसके अलावा, संपत्ति से संबंधित अपराधों में 12% की कमी आई है, जो नागरिकों के लिए एक राहत की बात है।
मध्य प्रदेश सरकार ने कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। राज्य में पुलिस बल को आधुनिक तकनीकों से लैस किया गया है और उन्हें बेहतर प्रशिक्षण दिया गया है। इसके परिणामस्वरूप, पुलिस बल अधिक प्रभावी और कुशलता से काम कर रहा है।
अपराध रोकने के लिए सरकार ने समुदाय आधारित पहलों को प्रोत्साहित किया है। विभिन्न समुदायों और पुलिस के बीच बेहतर संवाद और सहयोग से अपराध की रोकथाम में मदद मिली है। समाजिक जागरूकता अभियानों ने भी अपराध दर में कमी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष पहल और सिस्टम को दुरुस्त किया गया हैं, जिनमें महिला हेल्पलाइन, महिला पुलिस थानों की स्थापना, और महिलाओं के लिए सुरक्षित पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधाएं शामिल हैं। इन पहलों ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कमी लाने में मदद की है।
पुलिस बल में तकनीकी उन्नति का उपयोग अपराध की रोकथाम और जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सीसीटीवी कैमरों का नेटवर्क, साइबर पुलिसिंग और डिजिटल सर्विलांस ने अपराधियों को पकड़ने और अपराध की घटनाओं को कम करने में मदद की है।
हालांकि अपराध दर में गिरावट एक सकारात्मक संकेत है, फिर भी राज्य को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। जैसे कि, ग्रामीण क्षेत्रों में अपराधों की दर अभी भी चिंता का विषय है। इन क्षेत्रों में कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। इसके अलावा, अपराध के नए रूप जैसे साइबर अपराध, जिनकी संख्या बढ़ी है, आर्थिक अपराधों में 11.1% और साइबर अपराधों में 24.4% की वृद्धि हुई है, जो डिजिटल सुरक्षा और वित्तीय धोखाधड़ी की बढ़ती चुनौतियों को दर्शाता है।