रूस ने एक बार फिर यूक्रेन की राजधानी कीव पर सोमवार देर रात कई 40 से अधिक मिसाइलों से हमला कर दिया। हमले में करीब 31 लोगों की मौत हो गई और जबकि हजारों लोग घायल हो गए हैं। साथ ही बच्चों का एक अस्पताल भी पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। इसमें सात बच्चे भी मारे गए हैं।यूक्रेन की सुरक्षा सेवा को घटनास्थल पर रूसी केएच-101 क्रूज मिसाइल का मलबा मिला है।
यह हमला अमेरिका में तीन दिवसीय नाटो शिखर सम्मेलन के होने से पहले हुआ है। सम्मेलन में इस बात पर विचार किया जाएगा कि, किस प्रकार यूक्रेन को गठबंधन के अटूट समर्थन का भरोसा दिलाया जाए तथा वहां रह रहे लोगों को यह भरोसा दिलाया जाए कि उनका देश द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप के सबसे बड़े संघर्ष से उबर सकता है। दिन के उजाले में किए गए इस हमले में किंजल हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया, जो कि रूस के सबसे उन्नत हथियारों में से एक है। यह मिसाइल ध्वनि की गति से 10 गुना अधिक गति से उड़ता है, जिससे इसे रोकना मुश्किल हो जाता है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने बताया कि, कीव में रूसी हमले में आवासीय और व्यावसायिक इमारतों को नुकसान पहुंचा है। देखा जाए तो मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। बच्चों के अस्पताल में राहत और बचाव का काम जारी है। साथ ही मलबे के नीचे फंसे लोगों की तलाश की जा रही है। इस हमले के बाद कीव के मेयर ने घटनास्थल का जायजा भी किया है।
इससे पहले मई महीने में भी रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। इस हमले में ओडेसा स्थित ‘हैरी पॉटर कैसल’ के नाम से मशहूर यूक्रेनी इमारत तबाह हो गई थी। इस हैरी पॉटर कैसल में एक प्राइवेट लॉ इंस्टीट्यूट चल रहा था, वो भी नष्ट हो गया था। रूसी सेना ने शहर पर मिसाइलें, ड्रोन और बम दागे थे। जिससे मशहूर शैक्षणिक संस्थान सब जल कर राख हो गए थे।
रूस और यूक्रेन के बीच 2 साल से ज्यादा समय से युद्ध जारी है, लेकिन जंग थमने का नाम नहीं ले रही हैं और दो साल पहले संघर्ष शुरू होने के बाद से, यह हमला सबसे तीव्र हमलों में से एक माना जा रहा हैं।