Illegal Immigration हाल के वर्षों में एक ग्लोबल चिंता का विषय बन गया है, और कई देश इस चुनौती से निपटने के लिए कठोर कदम उठा रहे हैं। हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई नीतियों के बाद, अब जर्मनी और ब्रिटेन भी Illegal Immigrants के खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना बना रहे हैं।
ब्रिटेन की लेबर पार्टी सरकार ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं। जनवरी 2025 में, स्पेशल टीमों ने 600 से अधिक अवैध रूप से काम कर रहे विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 73 प्रतिशत अधिक है। ये गिरफ्तारियां नेल बार, रेस्तरां, कार वॉश सेंटर और सुविधा स्टोर्स जैसे 800 से अधिक परिसरों की जांच के दौरान की गईं।
ब्रिटेन की तरह जर्मनी ने भी अवैध प्रवासन और मानव तस्करी के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। दिसंबर 2024 में, जर्मनी और ब्रिटेन ने प्रवासी तस्करी रोकने के लिए एक नया समझौता किया है, जिसमें तस्करी रोकने और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए सहयोग बढ़ाने का वादा किया गया है।
इस मामले में जर्मनी की गृह मंत्री नैंसी फेजर ने कहा, “ये संगठित गिरोह लोगों को डरा-धमकाकर नौकाओं में भरकर चैनल पार भेजते हैं। इससे मानव जीवन खतरे में पड़ता है। अब हम इन तस्करों को कड़ी चुनौती देने जा रहे हैं।”
ब्रिटेन में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान, इंग्लैंड के हम्बरसाइड क्षेत्र में रेस्तरां में काम कर रहे 7 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया गया। ये गिरफ्तारियां अवैध रूप से काम करने और झूठे दस्तावेज रखने के आरोप में की गईं। गिरफ्तार किए गए लोगों में से 40 से अधिक को गृह कार्यालय द्वारा यूके से हटाने के लिए हिरासत में लिया गया है।
अवैध प्रवासन के खिलाफ ब्रिटेन और जर्मनी की ये सख्त नीतियां इस बात का संकेत हैं कि यूरोपीय देश इस चुनौती से निपटने के लिए गंभीर हैं। इन कदमों का उद्देश्य न केवल अवैध प्रवास को रोकना है, बल्कि मानव तस्करी जैसे गंभीर अपराधों पर भी लगाम लगाना है।