बेंगलुरु: देश का पहला थ्रीडी प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस बेंगलुरु में खुल गया है। कल केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसका उद्घाटन किया है। इसको लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट ऑफिस की तस्वीर को शेयर किया है और इसे देश के नवाचार और प्रगति का प्रमाण बताते हुए हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण बताया है। ‘बेंगलुरु में भारत का पहला 3डी प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस देखकर हर भारतीय को गर्व होगा। ये हमारे देश के नवाचार और प्रगति का एक प्रमाण है, ये आत्मनिर्भर भारत की भावना का भी प्रतीक है। उन सभी लोगों को बधाई जिन्होंने डाकघर को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की है’।
3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी क्या है
आपको बता दें कि आर्किटेक्चर के क्षेत्र में 3D प्रिंटिंग का इस्तेमाल करना बेहद नया कॉन्सेप्ट है। बिल्डिंग बनाने के लिए एक बड़े साइज का रोबोटिक कंक्रीट प्रिंटर का साइट पर इस्तेमाल किया जाता है। रोबोटिक प्रिंटर इसमें कंक्रीट की परत दर परत जमा करता है जिससे दीवार बनाई जाती है। इस टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर में बिल्डिंग डिजाइन सेट कर दिया जाता है और फिर सिर्फ कमांड देनी होती है और 3D प्रिंटर डिजाइन के मुताबिक बिल्डिंग तैयार कर देता है। आपको सिर्फ सीमेंट का मसाला तैयार करना होता है। बिल्डिंग खड़ी करने के लिए मशीन द्वारा सीमेंट की परतें जोड़ी जाती हैं जिससे दीवार बनती है।
44 दिनों में पूरा हुआ काम
प्रिटिंग की नई तकनीक का इस्तेमाल करके पोस्ट ऑफिस की बिल्डिंग तैयार की गई है। बेंगलुरू के कैम्ब्रिज लेआउट में स्थित इस बिल्डिंग का निर्माण 21 मार्च से शुरू हुआ था और 3 मई को पूरा हो गया था। थ्रीडी तकनीक के इस्तेमाल से मात्र 44 दिनों में इस काम को पूरा कर लिया गया। इस बिल्डिंग का नाम कैंब्रिज लेआउट पोस्ट ऑफिस रखा गया है। इस 3D- प्रिंटेड पोस्ट ऑफिस को आईआईटी मद्रास ने डिजाइन किया है और इसकी बिल्डिंग को लार्सन एंड टुब्रो कंस्ट्रक्शन कंपनी ने थ्रीडी तकनीक का इस्तेमाल करके बनाया है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि
इस बिल्डिंग का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ‘ये शहर हमेशा से भारत की नई तस्वीर पेश करता रहा है। इस थ्रीडी पोस्ट ऑफिस के रूप में आपने जो तस्वीर देखी है, वो आज के भारत की भावना है। यही भावना है जिसके साथ भारत आज प्रगति कर रहा है। विकास की भावना, अपनी खुद की तकनीक विकसित करने की भावना ही निर्णायक विशेषता है। यह सब इसलिए संभव है क्योंकि देश के पास एक ऐसा नेतृत्व है जो निर्णायक है और उसे हमारे लोगों की क्षमताओं पर भरोसा है।’