“कल्ट क्लासिक”। आपने कई बार फिल्मी दुनिया में इस शब्द का इस्तेमाल होते हुए देखा होगा। और यह हर मूवी के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द नही है। सिर्फ कुछ खास मूवीज हैं जो इस श्रेणी में अपनी जगह बना पाती हैं। तो आइए मिलकर जानते हैं कि आखिर ऐसी कौन सी चीज़ जो एक फिल्म को कल्ट क्लासिक बना देती है और ऐसी 5 फिल्में जो भारतीय सिनेमा के लिए बन गई कल्ट क्लासिक।
क्या बनाता एक फिल्म को एक कल्ट क्लासिक
इंटरनेट की माने तो किसी भी फिल्म को एक कल्ट क्लासिक बनाने में हाथ होता है उसके फैनबेस का। और ऐसा बिल्कुल भी जरूरी भी नही है कि ये फैनबेस फिल्म के रिलीज़ के दौरान ही बन गया हो, जी नहीं। बल्कि ये वो रेसिपी है तो धीरे धीरे पकती है। ऐसा बिल्कुल हो सकता की अपने रिलीज़ के दौर में फिल्म फ्लॉप साबित हुई हो, मगर धीरे धीरे वर्ड ऑफ माउथ के जरिए, या फिर मिडनाइट स्क्रीनिंग्स और होम वीडियो डिस्ट्रीब्यूशन की वजह से वो फिल्म उस मुकाम पर पहुंच गई कि आज तक उस फिल्म की एक अलग पहचान, एक अलग फैनबेस मौजूद है।
1) मदर इंडिया
भारतीय सिनेमा में कल्ट क्लासिक की हमारी लिस्ट पर सबसे पहला नाम है “मदर इंडिया”। मेहबूब खान द्वारा निर्देशित इस फिल्म मे नरगिस, सुनील दत्त , राजेन्द्र कुमार और राज कुमार मुख्य भूमिका मे है। यह फिल्म एक बोहोत ही सटीक उदाहरण है इस बात को दिखाने मे कि महिला कहीं भी घर संभालने या परिवार की जिम्मेदारी उठाने मे पीछे नहीं है, बल्कि वक्त आने पर उनसे बेहतर भी साबित हो सकती है। ये फिल्म सिर्फ भारत मे ही नहीं, बल्कि विश्व मे भी प्रसिद्ध हुई। भारतीय सिनेमा को परिभाषित करने मे इस फिल्म का जिक्र हमेशा रहता है।
2) मुग़ल-ए-आजम
मुग़ल बादशाह अकबर के समह की वो कहानी जिसमे उसका एक बिल्कुल ही अलग पहलू दिखाई देता है। जहां “जोधा अकबर” की तरह अकबर मोहब्बत की मिसाल नहीं बनते, बल्कि अपनी ही संतान की मोहब्बत से बगावत पर उतर आते हैं। के आसिफ की इस फिल्म के बारे मे बहुत से मजेदार facts आपको इंटरनेट पर पढ़ने को मिल जाएंगे, जिनमे से एक है कि इस फिल्म को बनने मे 16 साल का वक्त लगा था।
3) शोले
रमेश सिप्पी की इस फिल्म को भला कौन ही भूल सकता है। शायद ही कोई ऐसा भारतीय होगा जिसने अब तक शोले ना देखी हो। स्लिक एक्शन, खूबसूरत रोमांस, डकैतों का भारतीय गांवों मे खौफ, दोस्ती और दुश्मनी की एक बेहतरीन मिसाल है ये फिल्म। आज भी लोग इस फिल्म के उतने ही दीवाने हैं जितने पहले थे।
4) सत्या
यह वो फिल्म है जिसने फिल्मी जगत में तहलका मचा दिया। राम गोपाल वर्मा की निर्मित और अनुराग कश्यप द्वारा लिखित यह फिल्म भारतीय सिनेमा के लिए एक गेम चेंजर साबित हुई। इस फिल्म के डायलॉग्स से लेकर गाने यहां तक कि फिल्म के हीरो के लुक के कॉन्सेप्ट को भी बदल कर रख दिया। यह फिल्म अपने रिलीज़ के समय उतनी सफल नहीं थी जितनी बाद में जाकर बन गई।
5) गैंग्स ऑफ वासेपुर
धनबाद से सटे हुए एक छोटे से इलाके की कहानी। इलाका जितना छोटा, कहानी उतनी ही बड़ी। भारत की आजादी से लेकर वर्तमान समय तक की वासेपुर की पूरी दास्तान। एक ऐसा गैंगस्टर ड्रामा जिसके दोनो भाग आपको आपकी सीट से बांधने में बिल्कुल कामयाब रहेगी। फिल्म के डायलॉग्स आज भी सोशल मीडिया पर मीम्स के रूप में प्रसिद्ध हैं और कई लोगों की जुबान पर अब तक चढ़े हैं।
अगर आपने इन 5 फिल्मों में से एक भी नहीं देखी है, तो हमारा आपसे यही आग्रह है कि इन्हे जरूर देखें जिन्होंने भारतीय सिनेमा पर एक अमिट छाप छोड़ी है।