नई दिल्ली।मिशन चंद्रयान-3 का दूसरा दिन भी खुशखबरी लाया है। ‘विक्रम’ की लैंडिंग के बाद आज प्रज्ञान रोवर ने चांद की समतल सतह पर चहल-कदमी की है। चांद से पहली तस्वीर भी भेज दी गई है। इसरो ने दावा किया है कि हमारे लैंडिंग इमेजर कैमरा ने खास तस्वीरें कैद की हैं।
कल शाम लैंडिंग के 14 घंटे बाद आज दूसरी कामयाबी मिली है। इन-स्पेस के चेयरमैन पवन गोयनका ने ट्विटर पर जानकारी दी है। इसरो के यू-ट्यूब चैनल पर सुबह तक करीब सात करोड़ लोग टेलिकास्ट देख चुके हैं। रोवर प्रज्ञान के बारे में अब दावा है कि डस्ट सैटल होने के बाद वह और संदेश भेजेगा। उसके पहिये चांद की सतह पर अशोक स्तंभ और इसरो की निशानियां छोड़ेंगे।
प्रधानमंत्री को ब्रिक्स सम्मेलन में बधाई
चंद्रयान की कामयाबी ने ब्रिक्स सम्मेलन में भारत का कद ऊंचा कर दिया है। वहां दुनिया भर के नेताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी को बधाई दी है। सोशल मीडिया पर भी पीएम मोदी की कामयाबी वाली लिस्ट में चंद्रयान-3 को जोड़ा जा रहा है। ब्रिक्स सम्मेलन की एक और तस्वीर सोशल मीडिया पर दौड़ रही है। स्टेज पर गए पीएम ने तिरंगा उठाया और जेब में रख लिया। साथी नेता मांग रहे थे, लेकिन उन्होंने नहीं दिया।
पाकिस्तान बोला- हम सौ साल पीछे
चांद पर भारत की कामयाबी के बाद पाकिस्तान ने माना है कि वो अभी सौ साल पीछे हैं। सोशल मीडिया पर तो बातें चल ही रही हैं… पाकिस्तान के सियासी लोग भी यह बात मान रहे हैं। एक ट्विटर यूजर के मैसेज के बाद यह कमेंट भी किया गया कि पाकिस्तान अपनी आपसी लड़ाइयों और मुश्किलों से ही पार नहीं जा पा रहा है, तो चांद पर कहां से पहुंचेंगे।
सोने की चादर का राज
चंद्रयान पर सुनहरी परत इसलिए लगाई गई है, ताकि सूरज के रेडिएशन से यंत्रों को बचाया जा सके। यह सुनहरी परत इंसुलेशन का काम करती है। बाहरी गरमी और तेज किरणों को आने से रोकती है। इसे मल्टी लेयर इंसुलेशन भी कहा जाता है। इसकी मोटाई अलग-अलग स्थितियों में बदलती रहती है।