मध्य प्रदेश के खजुराहो मे इस समय भारत की संस्कृति की दुनिया में खास पहचान वाले खजुराहों डांस फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। 20 फरवरी, 2024 को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस आयोजन का शुभारंभ किया गया और पहले ही दिन MP ने अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड मे दर्ज करा लिया है।
राजेंद्र गंगानी ने किया मार्गदर्शन
राग बसंत नामक एक ख़ास प्रस्तुति मे 1484 में कथक नृत्यांगनाओं ने एक साथ अपने कदमों को थिरकाते हुए ये खिताब अपने नाम किया है। ये नृत्य करीब 20 मिनट तक चला जिसे नृत्य गुरु राजेंद्र गंगानी ने अपना मार्गदर्शन दिया है।
राग बसंत क्या है?
राग बसंत, बसंत ऋतु में गाया जाने वाला राग है। इसे मध्य और तार सप्तक में अधिक गाया जाता है। इस राग में बसंत ऋतु के अलावा श्रृंगार रस और विरह रस कि बन्दिशें दिखाई देती हैं।
पिछले महीने तबला वादकों ने भी बनाया था वर्ल्ड रिकॉर्ड
इस समारोह के डेढ़ महीने पहले भी ग्वालियर में डेढ़ तानसेन समारोह के अनहद ताल दरबार कार्यक्रम में एक साथ 1,282 तबला वादकों की प्रस्तुति ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में मप्र का नाम दर्ज कराया था।
सीएम मोहन यादव ने दी बधाई।
सीएम मोहन यादव ने इस गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का खिताब अपने नाम करने और कीर्तिमान रचने पर सभी कथक डांसरों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरा भारत विकास की ओर बढ़ रहा है। ऐसे ही भगवान नटराज महादेव को 1484 कथक नृत्यांगनाओं का नृत्य भगवान नटराज महादेव ने एक साधना समर्पित की है, जिन्होंने आज हमें गौरवान्वित किया है। यह ईश्वर से जुड़ने का सीधा रास्ता है।