मध्यप्रदेश अब तेजी से फिल्म निर्माण के लिए प्रड्यूसर्स को अपनी और आकर्षित कर रहा है। इस समय सीहोर मे ‘पंचायत’ सीरीज के अगले सीजन की शूटिंग चल रही है। इसी सिलसिले में हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से ‘पंचायत’ की कास्ट ने मुलाकात की है। खुले मैदान में पेड़ के नीचे खाट पर आग जलाए सब चाय का लुफ्त उठा रहे थे। इस दौरान काफी लंबी बातचीत भी हुई। इस बैठक के बैकग्राउंड मे पीछे एक बैल,बैल गाड़ी के पहिये, पेड़, झोंपड़ीयां देखी जा सकती है जो एक दम गांव की ‘पंचायत’ का ही फील दे रही हैं। इस मुलाकात में प्रधान का रोल निभाने वाले रघुबीर यादव, मंजू देवी बनने वाली नीना गुप्ता, सचिव के रूप में जितेन्द्र कुमार, प्रहलाद चा बनने वाले फैजल खान, रिंकी यानी सानविका, विकास यानी चंदन रॉय और शो के प्रोडुसर अरुणभ कुमार भी मौजूद रहे।
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पूरी कास्ट मुख्यमंत्री के एक साल पूरे होने और फ़िल्म प्रोडक्सन से जुड़ी अच्छी नीतियों के लिए बधाई देने पहुंची थी। अंत में बातचीत के बाद नीना गुप्ता और रघुबीर यादव ने सीएम को अपने शो का सिग्नेचर सिम्बल मानी जाने वाली ‘लौकी’ भी भेंट में दी।
अपने शाही किले, रोमांचक वन्य जीवन, गुफाओं, मंदिरों और गांवों के लिए विख्यात मध्य प्रदेश अब फिल्मों और वेब सीरीज की शूटिंग के लिए पहली पंसद बनते जा रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एमपी को फिल्म शूटिंग का हब बनाने की दिशा में हर बेहतर प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए फिल्म मेकर्स को सिंगल विंडो परमिशन के साथ फिल्म पॉलिसी के अंतर्गत सब्सिडी भी दी जा रही है।
फिल्म मेकर्स को एमपी कई अन्य वजहों से भी भा रहा है। प्रदेश की सरकार ने फिल्म इंडस्ट्री की आवश्यकताओं और शूटिंग के लिए उपलब्ध सुंदर स्थलों का महत्व समझते हुए प्रदेश की फिल्म निर्माण नीति बनाई है। जिससे फिल्म प्रोडक्शन की लागत में बहुत पैसा भी बच जाता है और कोई असुविधा भी नहीं होती।
इन नीतियों के अंतर्गत फिल्म मेकर्स को आकर्षक पैकेज दिए जा रहे हैं। अन्य राज्यों के मुकाबले यहाँ फिल्म निर्माण के लिए सबसे अनुकूल स्थिति, बेहतर कानून-व्यवस्था और शांति भी है, वह मध्यप्रदेश की पहचान है। प्रदेश में कहीं भी शूटिंग करना बहुत आसान है। पुलिस और प्रशासन का पूरा सहयोग मिलता है। शांत वातावरण में शूटिंग हो जाती है। स्थानीय लोग मददगार और मित्रवत व्यवहार करते हैं। इन सब खूबियों से मध्यप्रदेश शूटिंग हब के रूप में प्रसिद्धी पा रहा है।
‘ओह माय गॉड 2’, ‘स्त्री 2’, ‘पीपली लाइव’, ‘गुल्लक’ और ‘पंचायत’ जैसी सीरीज सहित फ़िल्मों की एक एक लंबी लिस्ट है जिनकी शूटिंग यहां हो चुकी है। पिछले दिनों सीहोर के गांवों में शूट हुई और ‘लापता लेडीज’ खूब चर्चा मे रही।
इसके पहले वर्ल्ड फेमस फिल्म ‘लॉयन’ की शूटिंग भी इंदौर, उज्जैन, खंडवा, खरगौन, देवास और बुरहानपुर में हुई। यहां 19 दिनों की शूटिंग हुई थी। इसे ऑस्कर के लिये नामांकित किया गया था और कई अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिले थे। फिल्म के निर्देशक गार्थ डेविस ने एमपी की राज्य सरकार और पर्यटन विकास निगम के सहयोग का आभार जताया था।
राज्य की नीतियों से कई फायदे हो रहे हैं। पहला फिल्म इंडस्ट्री में राज्य की चर्चा, जिससे यहां और अधिक फिल्म निर्माण बढ़ता जायेगा। दूसरा टूरिज्म में बढ़ोत्तरी और साथ ही साथ राज्य के कलाकारों को भी काम मिल रहा है। पंचायत सीरीज़ की ही बात करें तो इसमे जबलपुर के रघुबीर यादव मुख्य भूमिका में हैं। उनके अलावा कटनी के सत्यम आरख भी एक छोटी भूमिका में नज़र आ चुके हैं।
मध्यप्रदेश को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का अवार्ड भी मिल चुका है और हाल ही में मशहूर अभिनेता पंकज त्रिपाठी को भी मध्य प्रदेश पर्यटन का नया चेहरा बनाया गया है जिससे वे और अधिक से अधिक टूरिस्ट और फिल्म मेकर्स को आकर्षित कर सकें।