ग्रेटर नोएडा कमिश्नर ने बड़ी कार्यवाई करते हुए पूरी पुलिस फोर्स को सस्पेंड कर दिया है। यह कार्यवाई एक परिवार द्वारा पुलिस पर उनके बेटे की हत्या के आरोप पर हुई है। परिवार के मुताबिक बिसरख थाना क्षेत्र के चिपियाना चौकी पर पुलिस हिरासत में उनके बेटे की मौत हो गई है।
मृतक का नाम योगेश है। दरअसल, पुलिस योगेश को अपनी एक महिला सहकर्मी को भागने और उसके रेप करने के आरोप में अपने साथ पूछताछ के लिए थाने ले गई थी। योगेश के भाई के मुताबिक, योगेश पर झूठे आरोप लगाए गए थे। उसने ऐसा कुछ नहीं किया था। भाई का आरोप है कि, पुलिसकर्मियों ने योगेश की रिहाई के बदले उनसे 5 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। भाई ने बताया कि, मांगी हुई राशि में से उन्होंने रात में ही 50,000 रुपये का भुगतान कर दिया था और बची हुई राशि का इंतजाम करने के लिए सुबह तक का समय लिया था।
भाई के मुताबिक, सुबह उन्हें पुलिस स्टेशन से कॉल आया कि योगेश ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। जिसके बाद योगेश को फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया था। योगेश के परिवार का आरोप है कि, पुलिस ने ही योगेश की हत्या की है। वहीं पुलिस का कहना है कि, योगेश ने खुद ही सुबह 10 बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
इस मामले में परिवार की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। योगेश के पोस्ट मार्टम की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। वहीं इस मामले में कड़े कदम उठाते हुए कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने एसीपी-एसएचओ सहित उन सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है, जो घटना के दौरान पुलिस स्टेशन में ही मोजूद थे।