भारतीय क्रिकेट में साल 2003 कोई नहीं भूल सकता। इस साल भारत को वो जख्म मिला था जिसकी टीस अभी तक भारतीय फैंस के दिलों में चुभती है। जोहान्सबर्ग में खेले गए फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। भारत को ये चुभन दी थी उस समय के ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने। पॉन्टिंग के बल्ले से निकली शतकीय पारी ने कई दिल तोड़े थे और उसी घाव को फिर से कुरेदते हुये ऑस्ट्रेलिया के ट्रैविस हेड ने रविवार को भारत के खिलाफ फाइनल मैच में अपना पांचवां वनडे शतक लगाया। हेड ने 95 गेंदों पर 105.3 की स्ट्राइक रेट से 100 रन बनाए, हेड ने मार्नस लाबुशेन के साथ साझेदारी की। हेड ने 34वें ओवर में कुलदीप यादव की गेंद पर एक रन लेकर 95 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। इसके साथ ही, ट्रैविस हेड एडम गिलक्रिस्ट और रिकी पोंटिंग के बाद विश्व कप फाइनल में शतक बनाने वाले तीसरे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बन गए। 2003 में जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में भारत के खिलाफ शतक लगाने के बाद पोंटिंग फाइनल मे शतक बनाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई थे।
2003 मे जो पोंटिंग ने किया उसी की याद दिलाई हेड ने
ऑस्ट्रेलिया ने 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत को बुरी तरह से मात दे खिताब अपने नाम किया था और उस खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने बेहतरीन शतकीय पारी खेली थी जिसके बाद उनके बल्ले को लेकर खबर फैल गई थी कि उनके बैट में स्प्रिंग है। लेकिन उसी मैच की याद दिलाते हेड, जो उंगली में चोट के कारण इस विश्व कप के पहले चार मैचों में नहीं खेल पाए थे, 137 रन पर आउट हो गए जब ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए सिर्फ दो और रन चाहिए थे, और भले ही वह विजयी रन नहीं बना सके, पारी के दौरान ट्रैविस ने रिकी पोंटिंग की उस सुदृढ़ पारी की झलक दिखाई पड़ी।
WTC फाइनल में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ थे ट्रेविस हेड
ट्रैविस हेड ने आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में भी अपनी टीम को गति प्रदान करते हुए पहले दिन 327/3 के स्कोर तक ले गए थे। चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 469 रन बनाए थे, जिसमें हेड ने 174 गेंदों में 163 रनों की पारी खेली थी, जिसमें 25 चौके और 1 छक्का शामिल रहा था। हेड की इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रनों शिकस्त दी थी। मुकाबले में ट्रेविस हेड को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था।