तनाव से परेशान एक डॉक्टर ने किया अपने ही परिवार का कत्ल।
ईश्वर के बाद अगर कोई नया जीवन देने का माद्दा रखता है वो है डॉक्टर वह किसी भी व्यक्ति के अंदर जीवन जीने के प्रति उम्मीद जगा सकता है। लेकिन आखिर मे वो भी एक इंसान ही होता है जिसे खुद भी कभी किसी उम्मीद जगाये रखने वाले की जरूरत पड़ सकती है। वह भी मानसिक रूप और तनाव से परेशान और बीमार पड़ सकता है। तनाव एक ऐसा द्वन्द होता है, जो मन, मस्तिष्क और आपकी भावनाओं मे गहरी दरार पैदा करता है। इतनी गहरी की शायद आप का खुद पर, आपके विचार पर और उससे होने वाले एक्शन पर काबु ना रह पाये। ये एक्शन कई बार काफी अमानवीय हो जाते है जैसे हरियाणा के रोहतक से एक ऐसी ही अमानवीय घटना सामने आयी है।
मंगलवार की शाम एक कमरे मे एक पूरे परिवार का शव मिलने के मामले मे एक खुलासा हुआ है। शुरुआती जांच मे पता चला है कि मृतक डॉक्टर ने पहले चाकू से गला रेतकर अपनी पत्नी और बेटे-बेटी की हत्या की थी। इसके बाद उसने खुद भी आत्महत्या कर ली। डॉक्टर का नाम विनोद था, जो डिप्रेशन का शिकार था।
पुलिस के अनुसार मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमे मृतक विनोद ने लिखा कि वह डिप्रेशन का शिकार था और काफी समय से परेशान चल रहा था। जिसके कारण वह अपनी पत्नी और बच्चों सहित आत्महत्या कर रहा है। पुलिस को मौके से नींद की गोलियां भी मिली हैं। आशंका है कि उसने पहले पत्नी और बच्चों को नींद की गोलियां खिलाईं। फिर सोते समय बेरहमी से उसका गला काट दिया। डॉक्टर की मौत कैसे हुई थी यह अभी ज्ञात नहीं है। पुलिस ने उसके पास से शराब की बोतल और इंजेक्शन भी बरामद किये है साथ ही तीनों का गला काटने के लिए जिस घरेलू चाकू का इस्तेमाल किया गया था उसे भी मौके से बरामद किया।