नोएडा की कंपनी Yes Madam, जो घर पर ब्यूटी और वेलनेस सेवाएं देती है, हाल ही में विवादों में है। कंपनी ने एक सर्वे किया जिसमें कर्मचारियों से उनके तनाव के कारणों के बारे में पूछा गया। सर्वे के बाद, जिन कर्मचारियों ने अपने तनाव के बारे में खुलकर बताया, उन्हें अचानक नौकरी से निकाल दिया गया।
एक कर्मचारी ने LinkedIn पर लिखा, “कंपनी ने तनाव पर सर्वे किया और जो कर्मचारी सच बोले, उन्हें नौकरी से हटा दिया गया।” इस कदम से 100 से ज्यादा कर्मचारी प्रभावित हुए। कंपनी ने इसे “तनाव मुक्त कार्यस्थल बनाने” का कदम बताया, लेकिन कई लोगों ने इसे “अमानवीय” और “अनैतिक” बताया।
कार्यस्थल तनाव के आंकड़े
एक सर्वे “Your DOST” द्वारा किया गया, जिसमें यह पता चला कि भारत में 64% कर्मचारी गंभीर मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं। इसमें 21 से 30 वर्ष के युवा सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
तनाव के मुख्य कारण
- लंबा वर्किंग रूटीन।
- अच्छे प्रदर्शन का निरंतर दबाव।
- पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में बैलेंस की कमी।
- मानसिक स्वास्थ्य के लिए कंपनी से मदद का अभाव।
Yes Madam के विवाद ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या कंपनियां कर्मचारियों के तनाव को समझने और हल करने के बजाय उन्हें निकालकर समस्या का समाधान कर सकती हैं?
तनावमुक्त कार्यस्थल बनाने के सुझाव
तनावग्रस्त कर्मचारियों को निकालने के बजाय, कंपनियों को उनके मानसिक स्वास्थ्य और काम की जगह के बेहतर माहौल पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए ये कदम उठाए जा सकते हैं:
- आपसी बातचीत:
कर्मचारियों से उनकी समस्याओं के बारे में बातचीत करें और उनका हल निकालने की कोशिश करें। - मदद और संसाधन:
मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग और सहायता सेवाएं शुरू करें। - काम का समय:
वर्क-फ्रॉम-होम और फ्लेक्सिबल शेड्यूल का विकल्प दें। - सुरक्षित माहौल:
ऐसा कार्यस्थल बनाएं जहां कर्मचारी बिना किसी डर के अपनी परेशानियों को साझा कर सकें। - पहचान और प्रोत्साहन:
कर्मचारियों की मेहनत को पहचानें और उनकी सराहना करें और प्रोत्साहन स्वरूप उपहार प्रदान करॆं।
Yes Madam का यह विवाद दिखाता है कि तनावग्रस्त कर्मचारियों को निकालने से समस्या हल नहीं होती, बल्कि यह कंपनी की छवि और विश्वास को कमजोर करती है। “Your DOST” के आंकड़े यह बताते हैं कि आज के समय में तनाव एक आम समस्या है और इसे दूर करने के लिए कर्मचारियों को मदद और सहानुभूति की जरूरत है।
कंपनियों को समझना होगा कि खुश और संतुष्ट कर्मचारी ही किसी संगठन की असली ताकत होते हैं। बेहतर कार्य पदॣति न केवल कर्मचारियों की भलाई के लिए जरूरी है, बल्कि यह कंपनी की दीर्घकालिक सफलता का भी आधार है।