अजय देवगन परदे पर जितने गंभीर रोल्स बखूभी निभाते हैं, असल जिंदगी में उतने ही मस्तीखोर रहे हैं। जवानी में उन्हें तेज रफ्तार में जीप से घूमने का शौक था। अपने दोस्तों को बिठाकर मुंबई की गलियों में घूमना, उनका मनपसंद काम था। ऐसे ही एक बार सैर करते हुए जीप को एक गली से ले जाया रहा था। वो अजय की करियर का शुरुआती दौर था। अजय के साथ उनके दोस्तों में फिल्म निर्देशक साजिद खान भी मौजूद थे। जब गाड़ी गली से गुजर रही थी, तो अचानक से एक बच्चा दौड़ते हुए सड़क के बीच आ गया। हालांकि गाड़ी पर काबू पा लिया गया, और बच्चे को कुछ हुआ नहीं, पर डर जाने की वजह से बच्चा रोने लग पड़ा। इतने में बहुत से लोग वहां आ गए और जीप को घेर लिया। लाख समझाने के बाद भी लोग नही माने और अचानक से अजय और साजिद के साथ उनके दोस्तों के साथ धक्का मुक्की होने लगी। लेकिन इससे पहले कि बात ज्यादा आगे बढ़े, ये बात अजय के पिता वीरू देवगन तक पहुंच गई। वीरू देवगन उस समय के मशहूर एक्शन डायरेक्टर थे। अपने बेटे पर हमले की बात सुनकर गुस्से में मौके पर 100 के करीब फाइटर्स लेकर पहुंच गए । उसके बाद अजय और उनके साथियों को वहां से वापस लाया गया। इस घटना का ज़िक्र अपने शो “यारों की बारात” में साजिद खान ने किया था।