उज्जैन महाकाल लोक में देश का पहला हेल्दी और हाईजीनिक फूड स्ट्रीट ‘प्रसादम’ पूरी तरह बनकर तैयार हो चुका है। इस फूड स्ट्रीट को 1 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से तैयार किया गया है। उज्जैन के बाद देशभर में 100 स्थानों पर यह स्ट्रीट खोली जाएगी। यहां समोसा, कचौड़ी और जंक फूड के साथ प्लास्टिक पर पूरी तरह रोक रहेगी। इसके साथ ही मोटे अनाजो का उपयोग किया जाएगा। जिसमें में राजगिरा, सनवा, कुट्टू, रागी, कांगनी, कोदों, समा, बाजरा, चना, ज्वार आदि से बने कई प्रकार के व्यंजन शामिल होंगे।
स्टाफ का मेडिकल टेस्ट किया जाएगा
उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि यहां RO (रिवर्स ऑस्मोसिस) वाटर से खाना बनाया जाएगा, और पीने के लिए भी यही पानी इस्तेमाल होगा। इतना ही नहीं बल्कि यहां खाना बनाने वाले स्टाफ को हाथों में ग्लब्स, सिर पर टोपी और एप्रिन पहनकर रहना होगा। साथ ही स्टाफ का मेडिकल टेस्ट होगा उसके बाद ही उन्हे काम करने की अनुमति मिलेगी। साथ ही दुकान के आस पास की स्वच्छता व कचरा डिस्पोस करने की जिम्मेदारी भी खुद दुकानदारों की होगी।
फरवरी में शुरू किया जाएगा
फूड स्ट्रीट फरवरी के पहले सप्ताह से पूरी तरह चालू हो जाएगी। इस स्ट्रीट फूड में यह खास बात है की, इसमें जंक फूड और प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है। प्रसादम के उद्घाटन समारोह में, मुख्यमंत्री और मंडाविया ने ‘प्रसादम्’ में चाय और विभिन्न व्यंजनों का आनंद लिया और फूड ज्वाइंट ऑपरेटर्स के साथ बातचीत कि।
फूडकोर्ट के लिए जाना जाएगा उज्जैन
सीएम मोहन यादव ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि विश्वस प्रसिद्ध आस्थाम का केंद्र उज्जैन, अब देश के सबसे शुद्ध, स्वस्थ एवं स्वच्छ फूडकोर्ट के लिए भी जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि उज्जैन में ‘प्रसादम्’ के लोकार्पण कार्यक्रम के अवसर पर हुए ₹218 करोड़ 76 लाख से अधिक की लागत के 187 कार्यों के भूमिपूजन एवं लोकार्पण के लिए पूरे प्रदेशवासियों को मेरी तरफ से बधाई और शुभकामनाएं ।