केरल के लोगों ने ‘Saudi Arabia’ में मौत की सजा काट रहे एक शख्स को बचाने के लिए ‘Blood money’ के तौर पर 34 करोड़ रुपए जुटाए हैं। शख्स पर 2006 में ‘Saudi Arabia’ के एक लड़के की मौत का आरोप लगा था। जिसके बाद से ही पिछले 18 साल से वह Saudi की जेल में बंद है। शख्स का नाम अब्दुल रहीम है और वह केरल के कोझिकोड का रहने वाला है।
क्या होता है ‘Blood money’ ?
केरल के अब्दुल रहीम को सजा से बचने के लिए ‘ Blood money’ के तौर पर 18 अप्रैल से पहले करीब 34 करोड़ रुपये का भुगतान करना है। ‘Blood money’ का मतलब सज़ा से बचने के लिए पीड़ित के परिवार को धन का भुगतान करना होता है। जिसकी रिहाई के लिए क्राउड फंडिंग के जरिए 34 करोड़ रुपये इकट्ठा किए गए हैं।
“SaveaBdulRahim” नाम का ऐप किया लांच
रहीम की रिहाई के लिए लीगल एक्शन कमेटी ने एक “Savea Bdul Rahim” नाम का ऐप लांच किया था, इस ऐप की मदद से रहीम की रिहाई के लिए राशि इकट्ठा की गई है। अब्दुल की जान बचाने के लिए कई प्रभावशाली लोगों और व्यापारियों ने भारत में एक अभियान चलाया था। इस अभियान के लिए अब्दुल रहीम ने लीगल एक्शन कमेटी को धन्यवाद देते हुए इसे ‘रीयल केरल स्टोरी’ नाम दिया है। वहीं इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने कहा, कि “यह घटना बताती है कि, केरल भाईचारे का एक किला है। एक इंसान के जीवन को बचाने और एक परिवार के आंसू पोंछने का इंसानी प्यार का यह एक जिता जागता उदाहरण है।”
क्या था ‘Saudi Arabia’ में रहीम की गिरफ्तारी का मामला?
रहीम को सऊदी अरब के एक परिवार ने अपने 15 साल के स्पेशली एबल्ड बच्चे के ड्राइवर और केयरटेकर के तौर पर रखा गया था। अब्दुल रहीम साल 2006 में हाउस ड्राइवर वीजा पर रियाद गया था। उसने वहां ड्राइविंग के साथ-साथ एक दिव्यांग सऊदी लड़के की देखभाल भी की थी, लेकिन एक हादसे में लड़के की मौत हो गई। लड़के की मौत के लिए रहीम को जिम्मेदार ठहराया गया और 2012 में उसे जेल में डाल दिया गया। उस लड़के के परिवार वालों ने रहीम को माफी देने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद 2017 से 2022 तक इसे बरकरार रखा गया। इसके बाद उसे इस सज़ा से बचने के लिए दो रास्ते दिए गए थे। पहला या तो वह सर कलम करवाकर मौत को चुने या 34 करोड़ ‘ब्लड मनी’ का इंतजाम कर लड़के के परिवार को दे दे।