बेंगलुरु के व्यालिकेवल इलाके में हुआ महालक्ष्मी मर्डर केस और उलझता जा रहा है। बेंगलुरु पुलिस ने महालक्ष्मी के पति हेमंत दास और प्रेमी अशरफ दोनों से पूछताछ की थी। दोनों ने हत्या करने से इनकार कर दिया था। दोनों से पूछताछ में कोई ऐसा सुराग भी नहीं मिला जिससे पता चले कि,उन्होंने हत्या की हो। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि,अगर पति हेमंत दास और प्रेमी अशरफ ने महालक्ष्मी की हत्या नहीं की तो फिर किसने की?
दरअसल, बेंगलुरु पुलिस ने कुछ दिनों पहले एक महिला का टुकड़ों में कटा हुआ शव बरामद किया था। महिला का नाम महालक्ष्मी था। महालक्ष्मी की 3 साल पहले शादी हो चुकी थी। लेकिन वह पिछले 9 महीने से व्यालीकेवल इलाके में किराए के मकान में अपने पति हेमंत से दूर रहती थी। दोनों की एक बेटी भी है, हर 15 दिन में वह बेटी से मिलने पति हेमंत के घर जाती थी, लेकिन पिछले 15 दिन से हेमंत उससे बात करने की कोशिश कर रहा था। लेकिन उसका फोन नहीं लग रहा था। इस बीच 21 सितंबर को महालक्ष्मी के मकान मालिक का फोन आया और उसकी हत्या होने की जानकारी दी।
घटना के बारे में तब पता चला जब पड़ोसियों ने महालक्ष्मी की मां मीना राणा को फ्लैट से बदबू आने की शिकायत की। जब मीना फ्लैट में दाखिल हुईं तो उन्होंने देखा कि, घर की हालत बेहद खराब है। पूरे घर में सामान बिखरा हुआ था। रसोई के पास कीड़े रेंग रहे थे और खून के धब्बे दिखाई दे रहे थे। मीना ने जब फ्रिज खोला तो उसमें शव के टुकड़े दिखे। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सबूत इकट्ठा किए और कहा कि, आरोपी ने बदबू रोकने के लिए केमिकल छिड़का था। इसके बाद वो घर में ताला लगाकर भाग गया था। पुलिस को कमरे में महालक्ष्मी का फोन मिला है जो 2 सितंबर से बंद था।
बेंगलुरु पुलिस ने महालक्ष्मी के पति हेमंत दास और उस हेयर ड्रेसर अशरफ से लंबी पूछताछ की है। इन दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि, क़त्ल में इन दोनों का कोई हाथ नहीं था। इन दोनों के मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड में भी दो सितंबर से 19 सितंबर तक ऐसा कुछ नहीं मिला। तब यह सवाल खड़ा हो गया था कि आखिर महालक्ष्मी का क़ातिल कौन है? जिसने इतनी बेरहमी से कत्ल कर लाश के टुकड़े-टुकड़े कर फ्रिज में रख दिया था।
महालक्ष्मी की हत्या के मामले में एक तीसरे शख्स का नाम सामने आया था। जिसने उसकी हत्या की थी। हालांकि मुख्य आरोपी ने बुधवार को अपने गांव ओडिशा के भद्रक शहर में आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि, 30 साल के आरोपी रंजन का शव एक पेड़ पर फंदे पर लटका मिला। कर्नाटक पुलिस ओडिशा में रंजन की तलाश में छापेमारी कर रही थी। पुलिस ने बताया कि, गिरफ्तारी के डर से उसने आत्महत्या की है। शव के पास ही एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें बेंगलुरु में महालक्ष्मी की हत्या के अपराध को कबूल किया है।
ऐसा ही एक केस साल 2022 में सामने आया था। मुंबई की श्रद्धा वॉल्कर एक डेटिंग ऐप के जरिए आफ़ताब अमीन पूनावाला से मिली थी। बाद में दोनों दिल्ली चले आए और महरौली के छतरपुर इलाके में किराए के एक फ्लैट में साथ रहने लगे थे। मई 2022 में शादी को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ था। झगड़े से गुस्साए आफ़ताब ने श्रद्धा की निर्मम हत्या कर दी थी और इसके शरीर को 35 टुकड़ों में काट दिया था। आफ़ताब ने कटे हुए शरीर के टुकड़ों को घर के रेफ्रिजरेटर में स्टोर कर दिया था। वह रोज रात 2 बजे के आसपास श्रद्धा के शरीर के टुकड़ों को नजदीक के जंगल में अलग अलग जगहों पर फेंकता था। श्रद्धा वॉकर के पिता ने आफ़ताब पर लव जिहाद छेड़ने का आरोप लगाया था।