स्काईवॉचर्स एक दिव्य आनंद के लिए हैं क्योंकि अगस्त में एक नहीं बल्कि दो पूर्ण चंद्रमाओं के साथ आता है, जिनमें से दोनों सुपरमून हैं। 1 अगस्त, इन चकाचौंध चंद्र प्रदर्शनों में से पहला लाएगा, जिसे स्टर्जन चंद्रमा के रूप में जाना जाता है। सुपरमून की घटना इसे सामान्य पूर्णिमा की तुलना में थोड़ा बड़ा और चमकीला है, जो रात के आकाश को देखने वाले सभी लोगों के लिए एक मनोरम दृश्य बनाता है।
सुपर मून और ब्लू मून
इस महीने में दो सुपरमून दिखने वाले हैं। पहला 1 अगस्त को दिखेगा और दूसरा 30 अगस्त की रात को, इस दिन दिखने में वाला सुपर मून अन्य सुपरमून की तुलना काफी बड़ा होगा क्योंकि यह धरती के बेहद करीब होगा। इसके अलावा आप इसके रंग को भी आसानी से देख पाएंगे। वैज्ञानिकों कहना है कि इस दिन पृथ्वी के चारों ओर चंद्रमा की कक्षा लगभग 5 डिग्री के कोण पर झुकी हुई होती है।
30 अगस्त को दिखेगा ब्लू मून
वहीं 30 अगस्त को ब्लूमून दिखाई देगा। ब्लू मून एक अत्यंत दुर्लभ घटना है। इसका चंद्रमा के रंग से कोई लेना-देना नहीं है। यह अक्सर किसी महीने की दूसरी पूर्णिमा को दिखाई देता है। इस बार अगस्त के महीने में भी दो पूर्णिमा पड़ रही हैं, इसलिए दूसरी पूर्णिमा के दिन सुपर ब्लू मून नजर आएगा। इससे पहले ब्लू मून 22 अगस्त 2021 में देखा गया था।
सुपर मून क्या है?
ब्रिटिश वेबसाइट ‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक सुपर मून एक दुर्लभ और प्रभावशाली चंद्र घटना है, जिसे आप साल में केवल कुछ ही बार देख सकते हैं। जब भी ऐसा होता है, तब आसमान में विशालकाय चंद्रमा के दर्शन होते हैं। खगोलविदों के अनुसार सुपर मून का बनना 2 अलग-अलग खगोलीय प्रभावों का संयोजन है। जब सूर्य की पूरी रोशनी से नहाया हुआ पूरा चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीकी बिंदु के पास से गुजरता है तो वह हमें विशाल और भव्य रूप में दिखाई देता है। इसी घटना को हम पूर्ण चंद्रमा यानी सुपरमून कहते हैं। यह स्थिति तब आती है, जब चांदनी रोशनी से चमक रहा पूर्ण चंद्रमा पृथ्वी के 224,865 मील के दायरे में आ जाता है।
जून में भी पड़ा था सुपरमून
बता दें कि इससे पहले जून में भी एक सुपरमून पड़ा था। 14 जून को पड़े इस सुपर मून को स्ट्रॉबेरी सुपर मून कहा गया था, क्योंकि यह पूर्णिमा स्ट्रॉबेरी की फसल के समय पड़ी थी। अगर आप पिछले महीने के सुपर मून को देखने से चूक गए थे, तो सुपर मून देखने का आज आपके पास एक और मौका है।