बैंक ऑफ बड़ौदा ने वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत से पहले ही एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में भारत को वर्ल्ड कप मेजबानी से होने वाले आर्थिक फायदे का विस्तृत ब्यौरा पेश किया गया था। यहां भारत की एविएशन इंडस्ट्री, मीडिया, होटल्स, फूड इंडस्ट्री और डिलिवरी सर्विसेज जैसे कई सेक्टर्स को फायदा होने का जिक्र था।
BOB की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था में वर्ल्ड कप मैचों की टिकट बिक्री से 1,600 से 2,200 करोड़ रुपए और स्पॉन्सर और टीवी और डिजिटल राइट्स से 10,500 से 12,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद थी टीवी और डिजिटल राइट्स का अनुबंध लंबे वक्त के लिए होता है लेकिन इनकी नीलामी की कीमत का एक बड़ा वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट के कारण ही आता है। कुल मिलाकर इस रिपोर्ट का सार ये था कि इस वर्ल्ड कप से भारत की इकनॉमी को 22,000 करोड़ का फायदा होगा।
कुछ रिपोर्टों की माने तो हुआ भी कुछ ऐसा ही है, भारत भले ही फाइनल मे जीत हासिल ना कर पायी हो लेकिन भारत देश की इकनॉमी के लिये ये अच्छा खासा बूस्टर रहा है। भारत की इकनॉमी को अनुमान के मुताबिक लगभग 22,000 करोड़ का फायदा हुआ है। इतना फायदा हुआ है कि ये कई देशों की GDP से भी बेहतर आंकड़ा है।
इस समय भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनमी है। साल 2028 तक भारत की जीडीपी (Indian Economy) जापान को पीछे छोड़ देगी। मार्च 2024 में खत्म होने वाले वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी (GDP) 6.2-6.3 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था इस वित्त वर्ष में भी सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था होगी। अप्रैल-जून तिमाही में एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट 7.8 फीसदी रही थी। वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्टिक्स द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, साल 2028 में भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर पहुंच जाएगा। भारत से आगे सिर्फ चीन और अमेरिका ही होंगे। भारत तेजी से तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। अभी आने वाले समय में इसमें और तेजी आने की संभावना है।