JDS नेता और प्रज्वल रेवन्ना के भाई सूरज रेवन्ना को पीपुल्स रिप्रेजेंटेटिव कोर्ट ने सशर्त जमानत दे दी है। MLC और JDS नेता डॉ. सूरज रेवन्ना पर दो पुरुषों के साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप है और उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 377, 342, 506 और 34 के तहत आरोप लगाए गए थे। JDS के एक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया था कि, सूरज रेवन्ना ने नौकरी दिलाने के नाम पर उसका यौन शोषण किया और उसके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाए थे। सुरज रेवन्ना से पहले प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ भी यौन शोषण का मामला दर्ज़ हुआ था।
प्रज्वल रेवन्ना के कई अश्लील वीडियो सामने आने के बाद ही उनके खिलाफ मामला दर्ज़ किया गया था। इस मामले में उनके पिता एचडी रेवन्ना को भी गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें जमानत दे दी गई। मामला दर्ज़ होने के बाद प्रज्वल जर्मनी चले गए थे। जब उनका पासपोर्ट रद्द करने की धमकी दी गई तो, उन्होंने एक वीडियो जारी कर वापस आने की बात कही और जांच अधिकारियों के सामने पेश हुए। दोनों मामलों में विशेष टीम जांच कर रही है।
22 जून को गिरफ्तार हुए थे सूरज रेवन्ना
सूरज रेवन्ना को 22 जून को 27 वर्षीय एक युवक की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया था। शिकायतकर्ता का आरोप है कि, विधान पार्षद ने हासन जिले के घन्नीकाडा स्थित फार्महाउस में 16 जून को उसका यौन उत्पीड़न किया था। अदालत ने 23 जून को सूरज रेवन्ना को आठ दिनों के लिए CID की हिरासत में भेज दिया था, जिसकी मियाद सोमवार को समाप्त हो रही थी। इसकी वजह से CID ने सूरज रेवन्ना को अदालत के समक्ष पेश किया, जहां मजिस्ट्रेट ने उनकी दो दिन की हिरासत और बढ़ा दी।
आरोपों पर सूरज ने कही थी ये बात
इस मामले में सूरज ने आरोपों को गलत बताया था। सूरज ने शिकायतकर्ता पर आरोप लगाया है कि, 5 करोड़ रुपये की वसूली के लिए उसने झूठी शिकायत दर्ज कराई है। सूरज के पिता एचडी रेवन्ना ने भी आरोपों को नकारा है। उनका कहना है कि उनके परिवार के खिलाफ साजिश रची गई है। उनको न्यायालय पर पूरा भरोसा है।