कुलदीप मध्यप्रदेश के आदिवासी जिले शहडोल के एक छोटे से गांव कल्लेह के रहने वाले हैं। जिन्होंने उत्तर-दक्षिण जिसकी कुल लंबाई है 4000 किलोमीटर है और पूर्व-पश्चिम जिसकी कुल लंबाई 3300 किलोमीटर है। और दोनों राष्ट्रीय राजमार्ग 17 राज्यों से होकर गुजरते हैं इन का सफर अकेले साइकिल से पुरा किया । और उत्तरप्रदेश का झांसी दोनों राष्ट्रीय राजमार्गों का जंक्शन है। साइकिलिस्ट कुलदीप के साइकल एक्सपेंडिशन का उद्देश्य भारत के लिए एक रिकार्ड बनाना था। वो चाहते हैं कि एडवेंचर और स्पोर्ट्स को लोग अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा बनाएं और मानसिक और शारीरिक रूप से खुद को मजबूत रखें।
23 जुलाई को नॉर्थ साउथ कॉरिडोर से हुआ शुरू
शहडोल निवासी कुलदीप ने 23 जुलाई को नॉर्थ साउथ कॉरिडोर के लिए जम्मू कश्मीर के श्रीनगर से साइकल यात्रा की शुरुआत की और 15 अगस्त तक 3712km की यात्रा पूर्ण कर कन्याकुमारी तमिलनाडु पहुंचे।फिर नॉर्थ साउथ कॉरिडोर का ब्रांच रोड जिसकी कुल लंबाई 365km है जो केरल के कोच्चि से तमिलनाडु के सेलम तक है, 2 दिन में पूरा किया। उसके बाद वेस्ट ईस्ट कॉरिडोर कि साइकल यात्रा के लिए ट्रेन से गुजरात के पोरबंदर पहुंच
10 सितम्बर को हुआ खत्म
आपको बता दे की कुलदी20 अगस्त को वहां से साइकल यात्रा शुरू की और सिलचर पहुंचे। कुलदीप की ये यात्रा 7 सितंबर को पूरी हुई। यात्रा पूरी कर कुलदीप 10 सितम्बर को अपने घर ग्राम कल्लेह पहुंचे जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। कुलदीप की इस यात्रा में कई रोचक किस्से रहे। दक्षिण भारत के लोगों ने हर पड़ाव पर स्वयं से आगे आकर कुलदीप की हर तरह से मदद की। उसे वाह अकेला नहीं लगा । जम्मू कश्मीर में यात्रा के पहले ही दिन कुलदीप की साइकल चोरी हो गई थी। जिसके बाद सुबह कुलदीप ने जम्मू कश्मीर पुलिस को इस बात की सूचना दी और पुलिस की तत्परता से 3 घंटे में ही चोर को साइकल सहित पकड़ लिया।